सभी शुद्ध शक्तिवर्धक जड़ी बूटी और पाउडर खरीदने के लिए log on करें https://indianjadibooti.com
दारू हल्दी के स्वास्थ्य लाभ
दारू हल्दी : पीलापन लिए हुए छोटी बड़ी गांठदार होती है दारू हल्दी विशेषकर घावों , प्रमेह ,खुजली और रक्तविकार नाशक होता है यह त्वचा के दोष ,जहर और आँखों के रोगो को नष्ट करता है
अनेक रोगो मे उपचार
दस्त : दारुहल्दी की जड़ की छाल और सोंठ को बराबर मात्रा मे मिलाकर पीस लेते है १ चम्मच की मात्रा दिन मे ३ बार सेवन करने से दस्त बंद हो जाते है
श्वेतप्रदर : दारुहल्दी ,दालचीनी ,और शहद को बराबर मात्रा मे मिलाकर १ चम्मच की मात्रा मे रोज़ाना ३ बार सेवन करने से श्वेतप्रदर मे लाभ होता है
सूजन : दारुहल्दी का बनाया हुआ लेप २-३ बार लगाने से सूजन दूर हो जाती है और दर्द मे आराम मिलता है
घाव दारुहल्दी का लेप चोट और घाव पर लगाने से खून जमता नहीं और घाव जल्दी भर जाता है
टूटी हड्डी का जुड़ना : दारुहल्दी के चूर्ण को अंडे की सफेदी मे बराबर मात्रा मे मिलाकर २ चम्मच की मात्रा सुबह शाम सेवन करने से टूटी हड्डी शीघ्र जुड़ जाती है
खूनी बवासीर : दारुहल्दी का तना , जड़ और फल को बराबर मात्रा मे मिलाकर लेप त्यार करे इसे गुदा और मस्सो पर लगाने से खूनी बवासीर के रोग मे लाभ मिलता है
मुँह के छाले: २० ग्राम दारू हल्दी को ३०० ग्राम पानी मे उबालकर काढ़ा बना ले इस काढ़े को छानकर दिन मे २ से ३ बार कुल्ला करने पर मुँह के घाव ,छाले और दाने खतम हो जाते है
दारू हल्दी ,हल्दी ,दालचीनी , नागरमोथा ,तथा इन्द्रजौ का काढ़ा बनाकर कुल्ला करने से गले तथा जीभ के रोग दूर होते है
https://indianjadibooti.com/Jadistore/
दारू हल्दी के स्वास्थ्य लाभ
दारू हल्दी : पीलापन लिए हुए छोटी बड़ी गांठदार होती है दारू हल्दी विशेषकर घावों , प्रमेह ,खुजली और रक्तविकार नाशक होता है यह त्वचा के दोष ,जहर और आँखों के रोगो को नष्ट करता है
अनेक रोगो मे उपचार
दस्त : दारुहल्दी की जड़ की छाल और सोंठ को बराबर मात्रा मे मिलाकर पीस लेते है १ चम्मच की मात्रा दिन मे ३ बार सेवन करने से दस्त बंद हो जाते है
श्वेतप्रदर : दारुहल्दी ,दालचीनी ,और शहद को बराबर मात्रा मे मिलाकर १ चम्मच की मात्रा मे रोज़ाना ३ बार सेवन करने से श्वेतप्रदर मे लाभ होता है
सूजन : दारुहल्दी का बनाया हुआ लेप २-३ बार लगाने से सूजन दूर हो जाती है और दर्द मे आराम मिलता है
घाव दारुहल्दी का लेप चोट और घाव पर लगाने से खून जमता नहीं और घाव जल्दी भर जाता है
टूटी हड्डी का जुड़ना : दारुहल्दी के चूर्ण को अंडे की सफेदी मे बराबर मात्रा मे मिलाकर २ चम्मच की मात्रा सुबह शाम सेवन करने से टूटी हड्डी शीघ्र जुड़ जाती है
खूनी बवासीर : दारुहल्दी का तना , जड़ और फल को बराबर मात्रा मे मिलाकर लेप त्यार करे इसे गुदा और मस्सो पर लगाने से खूनी बवासीर के रोग मे लाभ मिलता है
मुँह के छाले: २० ग्राम दारू हल्दी को ३०० ग्राम पानी मे उबालकर काढ़ा बना ले इस काढ़े को छानकर दिन मे २ से ३ बार कुल्ला करने पर मुँह के घाव ,छाले और दाने खतम हो जाते है
दारू हल्दी ,हल्दी ,दालचीनी , नागरमोथा ,तथा इन्द्रजौ का काढ़ा बनाकर कुल्ला करने से गले तथा जीभ के रोग दूर होते है
No comments:
Post a Comment