Saturday 16 May 2020

हींग ---- ये हींग इतने सारे रोगों में काम आती है कि आपको जानकार आश्चर्य होगा। आइये कुछ महत्वपूर्ण उपयोगों के बारे में जान लीजिये-

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हींग ----
ये हींग इतने सारे रोगों में काम आती है कि आपको जानकार आश्चर्य होगा। आइये कुछ महत्वपूर्ण उपयोगों के बारे में जान लीजिये-
** यदि प्रजनन अंगों से सम्बंधित कोई भी बीमारी है तो 3 चुटकी हींग का चूर्ण सेकिये और 3 ही चुटकी इलायची दाने का चूर्ण आग पर सेंक लीजिये और रोगी को दूध में मिला कर पिला दीजिये।
** किसी महिला को अक्सर गर्भपात हो जाता हो तो यही हिंग उसे रोकने में सक्षम होती है।गर्भवती महिला को चक्कर आने पर या दर्द होने पर हींग को घी में सेंक कर तुरंत पानी से निगलवा दीजिये।
** पेट में दर्द हो या कीड़े हों तो 3-4 चुटकी हींग का पाउडर पानी से खाली पेट निगल लीजिये।
** कोई भी नशा विशेषतः अफीम का हो तो 2 ग्राम हींग का चूर्ण दही या पानी में मिला कर पिला दीजिये।
** दांत में दर्द हो रहा हो तो वहाँ घी में तली हुई हींग दबाइए।
** घाव मे कीड़े पड़ जाएँ तो नीम के पत्तो के साथ हींग पीस का घाव में लगाइए ,कीड़े तो मरेंगे ही घाव जल्दी भरेगा।
** आयुर्वेद में हींग को काफी गुणकारी माना जाता है बस एक सावधानी रखिये की हींग हमेशा घी में ही तली या भुनी जानी चाहिए
** दाद ,खाज खुजली में हींग को पानी में रगड़ कर लेप कर सकते हैं।



Thursday 14 May 2020

तुलसी के पत्तों के 5 औषधीय गुण जानिए

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जानिए तुलसी के पत्तों के 5 आश्चर्यजनक गुण

Best Quality Tulsi Patta

  1. तुलसी के पत्तों में एंटी ऑक्सीडेंट होते है, जो शरीर की प्रतिरोधक क्षमता यानी कि इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं।

2. यदि आपको सर्दी व फिर हल्का बुखार हो गया हो तो आप मिश्री, काली मिर्च और तुलसी के पत्ते को पानी में अच्छी तरह से पकाकर काढ़ा बना ले और फिर इसे पी ले। आप चाहें तो इस घोल को सुखाकर इसकी गोलियां बनाकर भी खा सकते हैं। इससे आपको सर्दी व हल्के बुखार में फायदा होगा।

3. जिन लोगों को सांस की दुर्गंध की समस्या होती है उन्हें रोजाना सुबह उठकर तुलसी के कुछ पत्तों को मुंह में रखना चाहिए, ऐसा करने से सांस की दुर्गंध धीरे-धीरे कम होने लगेगी।

4. यदि आपको कहीं चोट लग जाए तो आप तुलसी के पत्तों को फिटकरी के साथ मिलाकर, अपने घाव पर लगा सकते हैं, ऐसा करने से चोट व घाव जल्दी ठीक होने में मदद मिलेगी।

5. यदि आपको दस्त हो गए हैं तो तुलसी के पत्तों को जीरे के साथ मिलाएं और पीस लें। अब इस मिश्रण को दिनभर में 3-4 बार चाटते रहें। ऐसा करने से आपको दस्त बंद होने में फायदा मिलेगा।  

 

 

Wednesday 13 May 2020

डायबिटीज और टीबी जैसी बीमारियां दूर होगी गिलोय का सेवन करने से, इसके फायदे जानिए

Giloy Spl.   

डायबिटीज और टीबी जैसीबीमारियां दूर होगी गिलोय का सेवन करनेसे, इसके फायदे जानिए

गिलोइन नामक ग्लूकोसाइड और टीनोस्पोरिन जैसे कई गुण पाए जाते हैं गिलोय में , इम्यूनिटी बूस्ट करने के साथ कई बीमारियों से छुटकारा दिलाता है गिलोय । जानिए गिलोय औषधि के बेहतरीन स्वास्थ्य लाभ।

आर्युवेद में गिलोय को एक महत्वपूर्ण औषधि माना जाता है। इसका सेवन करने से कई Dangerous बीमारियों से बचा जा सकता है। स्वामी रामदेव के अनुसार Giloy का सेवन करने से आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) मजबूत करने के साथ-साथ डायबिटीज (Blood Sugar), ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) सहित कई बीमारियों से निजात पा सकते हैं। इतना ही नहीं आयुष मंत्रालय (Ayush Ministry) ने इम्यून (Immune) को strong करके कोरोना से निपटने के लिए कुछ औषधियां (Medicine) बताई है जिसमें Giloy भी शामिल है। जानिए आखिर क्या है गिलोय और इसके फायदे
What is Giloy?
गिलोय एक कभी सुखने वाला पौधा है। इसका तना रस्सी की तरह होता है इसके पत्ते पान के आकार के होते हैं। इसके साथ ही इसमें पीले और हरे रंग के फूल गुच्छे में निकलते हैं। कहा जाता है कि नीम में चढ़ी गिलोय सबसे अच्छी होती है। क्योंकि गिलोय एक ऐसा पौधा है जिस पेड़ में इसकी लता फैलती है वह उसके भी गुण ले लेता है।

गिलोय में मौजूद तत्व

गिलोय में गिलोइन नामक ग्लूकोसाइड और टीनोस्पोरिन, पामेरिन एवं टीनोस्पोरिक एसिड के अलावा  कैल्शियम मैग्नीशियम, कॉपर, आयरन, फॉस्फोरस, जिंक आदि पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें एंटी- इफ्लेमेटरी पाया जाता है। 

गिलोय के फायदे (Benefits of Giloy)

डायबिटीज के मरीज

अगर किसी व्यक्ति को डायबिटीज है तो रोजाना गिलोय या फिर गिलोय जूस का सेवन करें। इसमें पाया जाने वाला हाइपोग्लाईकैमिक ब्लड शगर को कंट्रोल करने में मदद करता है। 

अर्थराइटिस
जोड़ों में दर्द की समस्या, अर्थराइटिस आदि में गिलोय का सेवन फायदेमंद है। गिलोय में एंटी इंफ्लेट्री और एंटीआर्थराइटिक गुण पाए जाते हैं जो इस रोग से निजात दिलाते हैं। 

रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity) बढ़ाएं
गिलोय में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो इम्यूनिटी बूस्ट कर सकते हैं। इसलिए रोजाना गिलोय, तुलसी, लहसुन, अश्वगंधा और हल्दी का काढ़ा पीना चाहिए। 

तनाव से दिलाएं निजात
गिलोय में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो शरीर से टॉक्सिन को निकालने में मदद करते हैं। जिससे आपका दिमाग शांत रहता है और तनाव से मुक्ति मिलती है। 

हिचकी रोकने के लिए
अगर आपको हिचकी रही है तो गिलोय काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। इसके लिए दूध में गिलोय और सौंठ का पाउडर मिलाकर पी लें। इससे तुंरत हिचकी आना बंद हो जाएगी। 

टीबी रोग
गिलोय के औषधिय गुण टीबी रोग को भी आसानी से सही कर सकते हैं। इसके लिए अश्वगंधा, गिलोय, शतावर, दशमूल, बलामूल, अडूसा, पोहकरमूल और अतीस को बराबर भाग में लेकर इसका काढ़ा बनाएं। इस काढ़ा को सुबह और शाम पिएं।

बवासीर का इलाज
गिलोय बवासीर के लिए भी काफी फायदेमंद है। इसके लिए गिलोय, हरड़ और धनिया के पत्ते को बराबर मात्रा में लेकर पानी में उबाल लें। जब थोड़ा सा पानी बच जाएं को इसे छानकर पी लें। दिन में कम से कम 2 बार इसका सेवन करें। आप चाहे को इस काढ़ा के साथ गुड़ खा सकते हैं। 

पाचन को रखें फिट
अगर आपको हमेशा पाचन तंत्र की समस्या रहती है तो गिलोय काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। पाचन तंत्र को ठीक करने के लिए गिलोय, अतिविषा और अदरक का काढ़ा बनाकर पिएं। 

अस्थमा में फायदेमंद
जिन लोगों को अस्थमा की समस्या हैं उनके लिए भी गिलोय काफी फायदेमंद है। इसके लिए रोजाना इसके पत्ते या जड़ का सेवन करें। 

आंखों की बढ़ाएं रोशनी
आंखों में चश्मा लगा है तो आपके गिलोय मदद कर सकता है।  इसके लिए 10 मिली गिलोय के रस में 1-1 ग्राम शहद और सेंधा नमक मिलाकर खूब अच्छी तरह से पीस लें। इसे आंखों में काजल की तरह लगाएं। इससे अंधेरा, चुभन, और काला तथा सफेद मोतियाबिंद रोग  से मुक्ति मिल जाएगी।




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