https://indianjadibooti.com/Jadistore/Sat-Ajwain
काँच की शीशी मे
अजवायन का सत एक
छोटा चमच ,कपूर एक छोटा चम्मच
और पुदीने का सत एक
छोटा चम्मच डालकर रखें और जब तीनों
वस्तुएँ भली प्रकार घुल जाये तो इसमे एक
छोटा चामच नीलगिरी का तेल डालकर
अच्छी तरह हिलाएँ|
-उल्टी जी मचलने पर बताशे या ग्लूकोज में एक बूंद डालकर खिलाये।
-इसकी चार से आठ बूंदें बताशे में या चीनी के शर्बत में मिलाकर दस्त के रोगी को दीजिए। इससे दस्तइ में आराम मिलेगा।
-सर में दर्द हिने पर सिर पर मलें।
-दांत में दर्द होने पर रुई में भिगोकर दांत में दवा लें।
पीली भोंरी, बिच्छू,आदि कीड़ो के काटने पर उसी जगह मलें। काटे हुए स्थान पर अमृतधारा को रुई में भिगोकर लगायें, तो तत्काल लाभ होता है ।
दर्द में ये तेल घरपर बनाकर लगाएं और देखें कमाल*
अगर आप जोड़ो के दर्द,पसलियों के दर्द, सिर दर्द या ठंड में किसी अन्य तरह के दर्द से परेशान हैं तो अजवाइन से बेहतर कोई औषधि नहीं है।अजवाइन को आयुर्वेद में कई बीमारियों की एक दवा माना गया है। अजवाइन गैस व कफ के रोगों को दूर करनेवाली है, दर्द, वायुगोला आदि रोगों का नाश करती है। आचार्य चरक के अनुसार अजवाइन दर्द को मिटाने वाली व भूख बढ़ाने वाली है। आचार्य सुश्रुत ने अजवाइन को दर्द निवारक व पाचक माना है। प्रसूता स्त्री के शरीर पर अजवाइन का चूर्ण मलने से प्रसव के कारण हुई शारीरिक पीड़ा दूर हो जाती है। कैसा भी जोड़ो का दर्द हो अगर उस पर अजवाइन
का तेल बनाकर लगाया जाए तो दर्द में बहुत जल्दी राहत मिलती है। 10 ग्राम अजवाइन सत, 10 ग्राम पिपरमेंट अर्क और 10 ग्राम मुष्क कपूर अर्क तीनों को मिलाकर एक कांच की बोतल में भर दें और अच्छे से हिलाकर मिला ले। दर्द या कमरदर्द या पसलीदर्द, सिरदर्द आदि में तुरंत लाभ पहुंचाने वाली औषधि है। इसकी कुछ बूंदे मलिए, दर्द छूमंतर हो जाएगा। इस की मालिश करने से जोड़ों का दर्द जकडऩ तथा शरीर के अन्य भागों पर भी मलने से दर्द में राहत मिलती है।
अजवाइन का सत्व (सत अजवाइन)
अजवाइन का सत और तेल
अजवाइन को पानी में भिगोकर भाप द्वारा इसका सत खींचा जाता है। इस अर्क के ऊपर अजवाइन का तेल तैरकर आ जाता है। इसके तेल को अँग्रेजी में ओमम वाटर कहते हैं।
अजवाइन को पानी में भिगोकर भाप द्वारा इसका सत खींचा जाता है। इस अर्क के ऊपर अजवाइन का तेल तैरकर आ जाता है। इसके तेल को अँग्रेजी में ओमम वाटर कहते हैं।
Sat Ajawain |
उपरोक्तानुसार
तीनों तेल अलग अलग तैयार करें फिर तीनों को एक बोतल
मे भरलें | दर्द नाशक मालिश का तेल तैयार
है| |यह तेल संधिवात
,कमर दर्द ,गठिया का दर्द के
अलावा अन्य शारीरिक दर्दों मे परम हितकारी
सिद्ध हुआ है|
कपूर, अजवायन सत्व और पिपरमेंट को
बराबर मात्रा में लीजिए, इनको एक शीशी में
डालकर मिला लीजिए और उस शीशी
को धूप में ढक्कन लगा कर रख दीजिए।
बीच-बीच में इस घोल को
हिलाते रहिए। थोड़ी देर में ही पानी की
तरह तरल हो जाएगी अच्छी
तरह ढक्कन लगा कर रखे अन्यथा
उड जाएगी। यह घर के
वेध्य की तरह ही
सहायक है। निम्न तकलीफ़ों में चमत्कारी असर मिलेगा। आजमाए बेहद सस्ता ओर प्रभावी चुटुकुला।
-उल्टी जी मचलने पर बताशे या ग्लूकोज में एक बूंद डालकर खिलाये।
-इसकी चार से आठ बूंदें बताशे में या चीनी के शर्बत में मिलाकर दस्त के रोगी को दीजिए। इससे दस्तइ में आराम मिलेगा।
-सर में दर्द हिने पर सिर पर मलें।
-दांत में दर्द होने पर रुई में भिगोकर दांत में दवा लें।
पीली भोंरी, बिच्छू,आदि कीड़ो के काटने पर उसी जगह मलें। काटे हुए स्थान पर अमृतधारा को रुई में भिगोकर लगायें, तो तत्काल लाभ होता है ।
दर्द में ये तेल घरपर बनाकर लगाएं और देखें कमाल*
अगर आप जोड़ो के दर्द,पसलियों के दर्द, सिर दर्द या ठंड में किसी अन्य तरह के दर्द से परेशान हैं तो अजवाइन से बेहतर कोई औषधि नहीं है।अजवाइन को आयुर्वेद में कई बीमारियों की एक दवा माना गया है। अजवाइन गैस व कफ के रोगों को दूर करनेवाली है, दर्द, वायुगोला आदि रोगों का नाश करती है। आचार्य चरक के अनुसार अजवाइन दर्द को मिटाने वाली व भूख बढ़ाने वाली है। आचार्य सुश्रुत ने अजवाइन को दर्द निवारक व पाचक माना है। प्रसूता स्त्री के शरीर पर अजवाइन का चूर्ण मलने से प्रसव के कारण हुई शारीरिक पीड़ा दूर हो जाती है। कैसा भी जोड़ो का दर्द हो अगर उस पर अजवाइन
का तेल बनाकर लगाया जाए तो दर्द में बहुत जल्दी राहत मिलती है। 10 ग्राम अजवाइन सत, 10 ग्राम पिपरमेंट अर्क और 10 ग्राम मुष्क कपूर अर्क तीनों को मिलाकर एक कांच की बोतल में भर दें और अच्छे से हिलाकर मिला ले। दर्द या कमरदर्द या पसलीदर्द, सिरदर्द आदि में तुरंत लाभ पहुंचाने वाली औषधि है। इसकी कुछ बूंदे मलिए, दर्द छूमंतर हो जाएगा। इस की मालिश करने से जोड़ों का दर्द जकडऩ तथा शरीर के अन्य भागों पर भी मलने से दर्द में राहत मिलती है।
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