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दालचीनी के ५ फायदे | 5 Health Benefits of Cinnamon in Hindi
दालचीनी का शास्त्रीय नाम: सिनॅमोमम झेलॅनिकम
दालचीनी का संस्कृत नाम: त्वाक
दालचीनी का अंग्रेजी नाम: Cinnamon
दालचीनी का पेड हमेशा हराभरा तथा छोटी झाड़ी जैसा होता है। उसके तने की छाल चुनकर सुखाई जाती है। उनका आकार कवेलू जैसा गोलाकार, जाडा, मुलायम तथा भुरे लाल रंग का होता है। दालचीनी के पेड़ से हमेशा सुगंध आती है। इसका उपयोग मसालो और दवा के तौर पर किया जाता है। इसका तेल भी निकाला जा सकता है। दालचीनी के पेड़ को पत्तों का उपयोग खाने में मसाले की तरह किया जाता है। इन्हे तेजपत्ता भी कहा जाता है। दालचीनी का उष्मांक मूल्य ३५५ है।दालचीनी स्वाद में तिखी मिठी होती है। दालचीनी ऊष्ण, दीपन, पाचक, मुत्रल, कफनाशक, स्तंभक गुणधर्मो वाली है। मन की बेचैनी कम करती है। यकृत के कार्य में सुधार लाता है। स्मरण शक्ती बढाती है।
दालचीनी के फायदे | Health Benefits of Cinnamon in Hindi
1. पाचन विकार के लिए
पाचन में सुधार लाने और जठर संबधी विकारों के लिए इन 4 अलग-अलग तरीकों से दालचीनी का उपयोग कर सकते है।
अपच, पेटदर्द और सीने में जलन महसूस होने पर आप दालचीनी, सौन्ठ, जीरा और इलायची सम मात्रा में लेकर पीसकर गरम पानी के साथ ले सकते हैं।
दालचीनी, काली मिर्च पावडर और शहद आदि मिलाकर भोजन के बाद लेने से पेट अफारा नहीं होता।
दालचीनी से जी मचलना, उल्टी और जुलाब रुकते है।
कब्ज और गैस की समस्या कम करने के लिये दालचीनी के पत्तों का चूर्ण और काढा बना कर लिया जाता है।
जुकाम के लिये
चुटकी भर दालचीनी पावडर पानी में उबालकर, उसीमे चुटकी भर काली मिर्च पावडर और शहद डालकर लेने से सर्दी-जुकाम, गले की सुजन एवं मलेरिया कम हो जाता है।
3. स्त्री रोग
गर्भाशय के विकार और गनोरिया में दालचीनी का उपयोग किया जाता है।
प्रसव के बाद एक महिने तक दालचीनी का टुकडा चबाने से गर्भ धारणा को टाला जा सकता है।
दालचीनी से माता के स्तन का दूध बढ़ता है।
गर्भाशय का संकुचन होता है।
4. खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए
दालचीनी के पत्ते और छाल के उपयोग से केक, मिठाई और खाने का स्वाद बढाया जाता है।
दालचीनी का तेल इत्र, मिठाई और पेय में उपयोग किया जाता है।
5. अतिरिक्त उपयोगिता | Other health benefits of Dalchini
वीर्य वृद्धि के लिये दालचीनी पाउडर सुबह शाम गुनगुने दूध के साथ ले।
ठंड की वजह से सिरदर्द हो तो दालचीनी पानी के साथ पीसकर सिरपर लगाये।
मुह की दुर्गंध और दांत की दवा में दालचीनी का उपयोग किया जाता है।
मुहांसे कम करने के लिये दालचीनी का चूर्ण नींबू के रस में मिलाकर लगाये।
खसरा निवारक के तौर पर दालचीनी का उपयोग किया जाता है।
दालचीनी के ५ फायदे | 5 Health Benefits of Cinnamon in Hindi
दालचीनी का शास्त्रीय नाम: सिनॅमोमम झेलॅनिकम
दालचीनी का संस्कृत नाम: त्वाक
दालचीनी का अंग्रेजी नाम: Cinnamon
दालचीनी का पेड हमेशा हराभरा तथा छोटी झाड़ी जैसा होता है। उसके तने की छाल चुनकर सुखाई जाती है। उनका आकार कवेलू जैसा गोलाकार, जाडा, मुलायम तथा भुरे लाल रंग का होता है। दालचीनी के पेड़ से हमेशा सुगंध आती है। इसका उपयोग मसालो और दवा के तौर पर किया जाता है। इसका तेल भी निकाला जा सकता है। दालचीनी के पेड़ को पत्तों का उपयोग खाने में मसाले की तरह किया जाता है। इन्हे तेजपत्ता भी कहा जाता है। दालचीनी का उष्मांक मूल्य ३५५ है।दालचीनी स्वाद में तिखी मिठी होती है। दालचीनी ऊष्ण, दीपन, पाचक, मुत्रल, कफनाशक, स्तंभक गुणधर्मो वाली है। मन की बेचैनी कम करती है। यकृत के कार्य में सुधार लाता है। स्मरण शक्ती बढाती है।
दालचीनी के फायदे | Health Benefits of Cinnamon in Hindi
1. पाचन विकार के लिए
पाचन में सुधार लाने और जठर संबधी विकारों के लिए इन 4 अलग-अलग तरीकों से दालचीनी का उपयोग कर सकते है।
अपच, पेटदर्द और सीने में जलन महसूस होने पर आप दालचीनी, सौन्ठ, जीरा और इलायची सम मात्रा में लेकर पीसकर गरम पानी के साथ ले सकते हैं।
दालचीनी, काली मिर्च पावडर और शहद आदि मिलाकर भोजन के बाद लेने से पेट अफारा नहीं होता।
दालचीनी से जी मचलना, उल्टी और जुलाब रुकते है।
कब्ज और गैस की समस्या कम करने के लिये दालचीनी के पत्तों का चूर्ण और काढा बना कर लिया जाता है।
जुकाम के लिये
चुटकी भर दालचीनी पावडर पानी में उबालकर, उसीमे चुटकी भर काली मिर्च पावडर और शहद डालकर लेने से सर्दी-जुकाम, गले की सुजन एवं मलेरिया कम हो जाता है।
3. स्त्री रोग
गर्भाशय के विकार और गनोरिया में दालचीनी का उपयोग किया जाता है।
प्रसव के बाद एक महिने तक दालचीनी का टुकडा चबाने से गर्भ धारणा को टाला जा सकता है।
दालचीनी से माता के स्तन का दूध बढ़ता है।
गर्भाशय का संकुचन होता है।
4. खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए
दालचीनी के पत्ते और छाल के उपयोग से केक, मिठाई और खाने का स्वाद बढाया जाता है।
दालचीनी का तेल इत्र, मिठाई और पेय में उपयोग किया जाता है।
5. अतिरिक्त उपयोगिता | Other health benefits of Dalchini
वीर्य वृद्धि के लिये दालचीनी पाउडर सुबह शाम गुनगुने दूध के साथ ले।
ठंड की वजह से सिरदर्द हो तो दालचीनी पानी के साथ पीसकर सिरपर लगाये।
मुह की दुर्गंध और दांत की दवा में दालचीनी का उपयोग किया जाता है।
मुहांसे कम करने के लिये दालचीनी का चूर्ण नींबू के रस में मिलाकर लगाये।
खसरा निवारक के तौर पर दालचीनी का उपयोग किया जाता है।
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