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हरसिंगार के फायदे :
हरसिंगार के 6 से
7 पत्ते तोड़कर इन्हें पीस
लें। पीसने के
बाद इस पेस्ट
को पानी में
डालकर तब तक
उबालें जब तक
कि इसकी मात्रा
आधी न हो
जाए। अब इसे
ठंडा करके प्रतिदिन
सुबह खाली पेट
पिएं। नियमित रूप
से इसका सेवन
वर्षों पुराना गठिया के
दर्द में भी
निश्चित रूप से
लाभ देता है।
बबासीर के लिए
हरसिंगार के बीज
रामबाण औषधि माने
गए हैं इसके
एक बीज का
सेवन प्रतिदिन किया
जाये तो बवासीर
रोग ठीक हो
जाता है। यदि
गुदाद्वार में सूजन
या मस्से हों
तो हरसिंगार के
बीजों का लेप
बनाकर गुदा पर
लगाने से लाभ
होता है।
हरसिंगार के बीजों
को पानी के
साथ पीसकर पेस्ट
बना लें। इस
पेस्ट को 30 मिनट
तक गंजे सिर
पर लगायें। इस
प्रयोग को लगातार
21 दिन तक करने
से गंजेपन में
अत्याधिक लाभ होता
है।
किसी भी प्रकार
के बुखार में
हरसिंगार की पत्तियों
की चाय पीना
बेहद लाभप्रद होता
है। डेंगू से
लेकर मलेरिया या
फिर चिकनगुनिया तक,
हर तरह के
बुखार को खत्म
करने की क्षमता
इसमें होती है।
मलेरिया बुखार हो तो
2 चम्मच हरसिंगार के पत्ते
का रस के
साथ 2 चम्मच अदरक
का रस और
2 चम्मच शहद आपस
में मिलाकर प्रातः
सायं सेवन करने
से मलेरिया/डेंगू
/चिकनगुनिया के बुखार
में अत्यधिक लाभ
होता है।
हरसिंगार की 7 कोंपलों
(नयी पत्तियों) को
पाँच काली मिर्च
के साथ पीसकर
प्रातः खाली पेट
सेवन करने से
विभिन्न स्त्री रोगों में
लाभ मिलता है।
दो कप पानी
में हरसिंगार के
8-10 पत्तों के छोटे-छोटे टुकड़े
करके डाल लें,
इस पानी को
धीमी आंच पर
आधा रह जाने
तक पकाएं। ठंडा
हो जाने पर
इसे छानकर पियें।
इस काढ़े को
दिन में दो
बार – प्रातः खाली
पेट एवं सायं
भोजन के एक
डेढ़ घंटा पहले
पियें। इस प्रयोग
से सायटिका रोग
जड़ से चला
जाता है। इस
काढ़े का प्रयोग
कम से कम
7 दिन तक अवश्य
करना चाहिए ।
हरसिंगार की पत्तियों
को पीसकर त्वचा
पर लगाने से
त्वचा से सम्बंधित
रोगों में लाभ
मिलता है और
त्वचा संबंधी समस्याएं
समाप्त होती हैं।
त्वचा रोगों में
इसके तेल का
प्रयोग भी उपयोगी
है। हरसिंगार के
फूल का पेस्ट
बनाकर चेहरे पर
लगाने से चेहरा
उजला और चमकदार
हो जाता है।
हरसिंगार के बीज
को पानी के
साथ पीसकर सिर
के गंजेपन की
जगह लगाने से
सिर में नये
बाल आना शुरू
हो जाते हैं।
इसके साथ ही
यह रूसी और
सफेद बालों को
भी ठीक करता
है। 50 ग्राम हरसिंगार के
बीज पीस कर
1 लीटर पानी में
मिलाकर बाल धोने
से रुसी समाप्त
हो जाती है
। इसका प्रयोग
सप्ताह में 3 बार करें
।
पेट के कीड़े
प्रातः ,
दोपहर एवं सायंकाल
एक चम्मच हरसिंगार
के पत्तों के
रस में आधा
चम्मच शहद मिला
कर चाटने पेट
के कीड़े समाप्त
हो जाते हैं।
इस प्रयोग को
कम से कम
तीन दिन तक
करना चाहिए।
हरसिंगार के फूल
हृदय के लिए
अत्यंत उपयोगी होते हैं
हैं। एक माह
तक प्रातः खाली
पेट हरसिंगार के
15-20 फूल या फूलों
का रस का
सेवन हृदय रोग
से बचाता है।
हृदय रोगों के
लिए हरसिंगार का
प्रयोग हृदय रोग
से बचाने में
कारगर है।
स्वास्थ्य रक्षक :
स्वस्थ्य व्यक्ति भी यदि
सर्दियों में एक
सप्ताह तक हरसिंगार
के पत्तों का
काढ़ा पियें तो
शरीर की रोगप्रतिरोधक
क्षमता बढती है
एवं शरीर यदि
किसी प्रकार का
संक्रमण हो रहा
है तो वह
भी समाप्त हो
जाता है। हाथ-पैरों व मांसपेशियों
में दर्द व
खिंचाव होने पर
हरसिंगार के पत्तों
के रस में
बराबर मात्रा में
अदरक का रस
मिलाकर पीने से
फायदा होता है।
इसके फूल ठण्डे
दिमाग वालों को
शक्ति देता है
और गर्मी को
कम करता है।