सभी शुद्ध शक्तिवर्धक जड़ी बूटी और पाउडर खरीदने के लिए log on करें https://indianjadibooti.com
नीम के बारे मे एक अच्छी कहावत है की नीम खाने मे कड़वा होता है परन्तु काफी गुणकारी होती है इसलिए इसका प्रयोग करना चाहिए यह वात, पित्त , कफ ,खून को साफ़ करने वाली होती है नीम मलेरिया ,दांतो के रोग ,कब्ज़ , पीलिया ,बालो के रोग , कुष्ठ , दाह (जलन) ,रक्त पित्त , सर मे दर्द ,उलटी ,प्रमेह (वीर्य विकार ), वायु ( गैस ) थकावट , भूख को बढ़ाने वाला , पेट मे कीड़े , विष ,आँखों के रोग , प्रदर आदि रोगो को नष्ट करती है
विभिन्न रोगो मे उपचार :
नीम की सुखी निबोली को रीठा के साथ बारीक़ पीस ले एक गिलास पानी मे २ चम्मच घोलकर इससे बालो कि जड़ो मे अच्छे से लगा ले इससे सर की जुए, लीखे, सर की दुर्गन्ध खतम हो जाती है तथा बल काले और मुलायम होते है
खसरे के रोगी को नीम के पानी से नहलाने से जलन काम होती है
नीम के पत्ते १० ग्राम ,बेर के पत्ते १० ग्राम दोनों को अच्छी तरह पीसकर इसका लेप बना ले इस लेप को गंजे सर पर मालिश करके १से २ घंटे बाद धोने से बाल उग जाते है इसका प्रयोग १ महीने तक करने से लाभ होता है
नीम की जड़ को पानी मे घिसकर लगाने से कील मुहासे पूरी तरह समाप्त हो जाते है और चेहरा सूंदर बन जाता है
नीम की पतली टहनी को दांतो से चबाचबा कर सुबह शाम दातुन करने से दांतो और मसूड़ों के दर्द मे छुटकारा मिलता है
नीम की १० से १५ हरी पत्तियों को १ गिलास पानी मे उबाले इसके बाद इसमें आधा चम्मच फिटकरी को मिलाकर पानी को छान ले इस पानी से आँखों को ३ बार सेकने से आँखों की सूजन और खुजली ठीक हो जाती है
https://indianjadibooti.com/Jadistore/
नीम के बारे मे एक अच्छी कहावत है की नीम खाने मे कड़वा होता है परन्तु काफी गुणकारी होती है इसलिए इसका प्रयोग करना चाहिए यह वात, पित्त , कफ ,खून को साफ़ करने वाली होती है नीम मलेरिया ,दांतो के रोग ,कब्ज़ , पीलिया ,बालो के रोग , कुष्ठ , दाह (जलन) ,रक्त पित्त , सर मे दर्द ,उलटी ,प्रमेह (वीर्य विकार ), वायु ( गैस ) थकावट , भूख को बढ़ाने वाला , पेट मे कीड़े , विष ,आँखों के रोग , प्रदर आदि रोगो को नष्ट करती है
विभिन्न रोगो मे उपचार :
नीम की सुखी निबोली को रीठा के साथ बारीक़ पीस ले एक गिलास पानी मे २ चम्मच घोलकर इससे बालो कि जड़ो मे अच्छे से लगा ले इससे सर की जुए, लीखे, सर की दुर्गन्ध खतम हो जाती है तथा बल काले और मुलायम होते है
खसरे के रोगी को नीम के पानी से नहलाने से जलन काम होती है
नीम के पत्ते १० ग्राम ,बेर के पत्ते १० ग्राम दोनों को अच्छी तरह पीसकर इसका लेप बना ले इस लेप को गंजे सर पर मालिश करके १से २ घंटे बाद धोने से बाल उग जाते है इसका प्रयोग १ महीने तक करने से लाभ होता है
नीम की जड़ को पानी मे घिसकर लगाने से कील मुहासे पूरी तरह समाप्त हो जाते है और चेहरा सूंदर बन जाता है
नीम की पतली टहनी को दांतो से चबाचबा कर सुबह शाम दातुन करने से दांतो और मसूड़ों के दर्द मे छुटकारा मिलता है
नीम की १० से १५ हरी पत्तियों को १ गिलास पानी मे उबाले इसके बाद इसमें आधा चम्मच फिटकरी को मिलाकर पानी को छान ले इस पानी से आँखों को ३ बार सेकने से आँखों की सूजन और खुजली ठीक हो जाती है
https://indianjadibooti.com/Jadistore/
No comments:
Post a Comment