Monday, 30 November 2020

मुलेठी -बड़े काम की जड़ी बूटी Mulethi

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मुलेठी  -बड़े काम की जड़ी बूटी

आइये जानते हैं इसके औषधीय गुणों के बारे:-

 


 

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मुलेठी के रोजाना सेवन से दिल संबंधी बीमरियों को दूर किया जा सकता है। इसके लिए आप 3 ग्राम मुलेठी का चूर्ण और 3 ग्राम मिश्री लें और इसे एक गिलास पानी में घोलकर कुछ महीने इसका सेवन करें।

मुलेठी का चूर्ण शहद के साथ सेवन करने से शुक्र वृद्धि और बाजीकरण होता है।

अगर शरीर में खून की कमी है तो 4 ग्राम मुलेठी के चूर्ण का कुछ दिन सेवन करना चाहिए। इससे रक्त में बढ़ोतरी होती है।

आधा चम्मच मुलेठी के चूर्ण में एक चम्मच चीनी डालकर रात को दूध के साथ खाने से कब्ज की समस्या में लाभ होता है और शरीर में एक नई ताकत आती है।

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खांसी, कफ, और मुंह के छालों में 2 ग्राम मुलेठी के चूर्ण में शहद मिलाकर चाटने से लाभ होता है। गले में खराश होने पर मुलेठी के टुकड़े को मुंह में रखें।

मुलेठी झड़ते बालों के साथ त्वचा के लिए भी बेहद फायदेमंद है। मुलेठी और आंवला के पाउडर को पानी के साथ मिलाकर पीने से त्वचा स्वस्थ और चमकदार होती है।

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अगर आपको हमेशा थकावट महसूस होती है तो आप 3 ग्राम मुलेठी चूर्ण के साथ एक चम्मच घी और एक चम्मच शहद को गर्म दूध के साथ मिलाकर पीएं। इससे आपकी थकान कमजोरी दूर होगी।

मुलेठी डिप्रेशन जैसी परेशानी से छुटकारा दिलाने में भी काफी मददगार साबित होती है। इसमें मैग्निशियम और कैल्शियम जैसे खनिज उपलब्ध होते हैं, जिससे डिप्रेशन से छुटकारा मिलता है।

पेट के अल्सर की समस्या होने पर एक गिलास दूध के साथ एक चम्मच मुलेठी चूर्ण मिलाकर दिन में 2 बार पी सकते हैं।

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मुलेठी चूर्ण को शहद में मिलाकर लेने से पेट दर्द और आंतों की ऐंठन में आराम मिलता है।

मासिक धर्म के दौरान होने वाले अधिक रक्तस्त्राव में एक चम्मच मुलेठी का चूर्ण, आधा चम्मच पिसी हुई मिश्री पानी में मिलाकर सेवन करने से पीरियड्स में होने वाले दर्द और अधिक रक्तत्राव से राहत मिलती है।

मुलहठी के कुछ दिन लेने से इससे महिला के दूध उत्पादन में वृद्धि होती है और बच्चे के लिए पर्याप्त मां का दूध भी मिल जाता है

5 ग्राम मुलेठी चूर्ण, घी और शहद में मिलाकर चाटने से और ऊपर से मिश्री मिले गर्म-गर्म दूध को पीने से नपुंसकता का रोग कुछ ही दिनों में खत्म हो जाता है।

आंखों की रोशनी को बढ़ाने के लिए 4 ग्राम मुलेठी के चूर्ण को कुछ दिन लेने से लाभ होता है।

 

Wednesday, 25 November 2020

आंखों की रोशनी बढ़ाने के घरेलू उपाय

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चश्मा लगने का सबसे प्रमुख कारण आंखों की ठीक से देखभाल करना, पोषक तत्वों की कमी या अनुवांशिक हो सकते हैं. लेकिन सही खानपान से इस समस्या का समाधान भी निकाला जा सकता है. जानिए ऐसे ही कुछ घरेलू उपाय जो आंखों की रोशनी बढ़ाने में आपकी सहायता करेंगे...



 

 

1. पैर के तलवों पर सरसों के तेल की मालिश करके सोएं. सुबह के समय नंगे पैर हरी घास पर चलें नियमित रूप से अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें.

2. एक चने के दाने जितनी फिटकरी को सेंककर सौ ग्राम गुलाबजल में डालकर रख लें. रोजाना रात को सोते समय इस गुलाबजल की चार-पांच बूंद आंखों में डाले. साथ ही, पैर के तलवों पर घी की मालिश करें इससे चश्मे का नंबर कम होना शुरू हो जाएगा.

3. आंवले के पानी से आंखें धोने से या गुलाबजल डालने से आंखें स्वस्थ रहती हैं.

4 . आंखों के हर प्रकार के रोग जैसे पानी गिरना, आंखें आना, आंखों की दुर्बलता, आदि होने पर रात को आठ बादाम भिगोकर सुबह पीस कर खाने से आंखें स्वस्थ रहती हैं.

5. हल्दी की गांठ को तुअर की दाल में उबालकर, छाया में सुखाकर, पानी में घिसकर सूर्यास्त से पूर्व दिन में दो बार आंख में काजल की तरह लगाने से आंखों की लालिमा दूर होती है.

6. सुबह के समय उठकर बिना कुल्ला किए मुंह की लार अपनी आंखों में काजल की तरह लगातार 6 महीने लगाते रहने पर चश्मे का नंबर कम हो जाता है.

7. कनपटी पर गाय के घी की हल्के हाथ से रोजाना कुछ देर मसाज करने पर आंखों की रोशनी बढ़ती है.

8. त्रिफला चूर्ण को रात्रि में पानी में भिगोकर, सुबह छानकर उस पानी से आंखें धोने से नेत्रज्योति बढ़ती है.

9. बादाम की गिरी, बड़ी सौंफ मिश्री तीनों को समान मात्रा में मिला लें. रोज इस मिश्रण को एक चम्मच मात्रा में एक गिलास दूध के साथ रात को सोते समय लें.