पुदीना , पुदीना मेंथा वंश से संबंधित एक बारहमासी, खुशबूदार जड़ी है।
संस्कृत में पुदीने को पुतिहा कहा गया है अर्थात दुर्गंध का नाश करने वाला....पुदीना का स्वाद और सुंगन्ध दोनो लाजवाब हैं, वही स्वास्थ्य की दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण...।..अमृतधारा ओषधि में भी सतपुदिने का उपयोग किया जाता है....।
संस्कृत में पुदीने को पुतिहा कहा गया है अर्थात दुर्गंध का नाश करने वाला....पुदीना का स्वाद और सुंगन्ध दोनो लाजवाब हैं, वही स्वास्थ्य की दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण...।..अमृतधारा ओषधि में भी सतपुदिने का उपयोग किया जाता है....।
पुदीना, PODINA |
उपयोग
पुदीने की पत्तीयाँ औषधीय गुणों से भरपूर होती है....
हाजमे के लिए ये एक अचूक उपाय है....इसके सेवन से पाचन क्रिया भी अच्छी रहती है.अगर आपके मुंह से बदबू आती है तो पुदीने की कुद पत्तियों को चबा लें, इसके पानी से कुल्ल करने पर भी बदबू चली जाएगी....पुदीना त्वचा से जुड़ी कई बीमारियों में भी एक अचूक उपचार है....गर्मी में लू से बचने के लिए भी पुदीने का इस्तेमाल किया जाता है....
इसके रस को पीकर बाहर निकलने से धूप लगने का डर भी कम रहता है. https://indianjadibooti.com/Jadistore/Pudina
... हैजा होने पर पुदीना, प्याज का रस, नींबू का रस बराबर मात्रा में मिलाकर पीने से फायदा होगा.
....उल्टी होने पर आधा कप पुदीना का रस पीने से उल्टी आना बंद हो जाएगी....पेट दर्द होने पर भी पुदीने को जीरा, काली मिर्च और हींग के साथ मिलाकर खाने से आराम होता है.....पुदीने की ताजी पत्तियों को पीसकर चेहरे पर लगाने से चेहरे को ठंडक मिलती है....।
... हैजा होने पर पुदीना, प्याज का रस, नींबू का रस बराबर मात्रा में मिलाकर पीने से फायदा होगा.
....उल्टी होने पर आधा कप पुदीना का रस पीने से उल्टी आना बंद हो जाएगी....पेट दर्द होने पर भी पुदीने को जीरा, काली मिर्च और हींग के साथ मिलाकर खाने से आराम होता है.....पुदीने की ताजी पत्तियों को पीसकर चेहरे पर लगाने से चेहरे को ठंडक मिलती है....।
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मेन्थोल का उपयोग बड़ी मात्रा में दवाईयों, सौंदर्य प्रसाधनों, कालफेक्शनरी, पेय पदार्थो, सिगरेट, पान मसाला आदि में खुशबू हेतु किया जाता है।
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इसके अलावा इसका तेल यूकेलिप्टस के तेल के साथ कई रोगों में काम आता है। ये कभी-कभी गैस दूर करने के लिए, दर्द निवारण हेतु, तथा गठिया आदि में भी उपयोग किया जाता है।